21 जुलाई 2025 की सुबह, एयर इंडिया की फ्लाइट AI2744 जो कोच्चि से मुंबई आ रही थी, जब मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड कर रही थी तब अचानक रनवे से फिसल गई। लैंडिंग के समय तेज बारिश और स्लिपरी रनवे के कारण यह घटना घटी। मुंबई एयरपोर्ट हादसा में विमान के तीन टायर फट गए और विमान रनवे से 16-17 मीटर दूर फिसलता चला गया।
भारी बारिश बनी हादसे की मुख्य वजह
मुंबई में लगातार हो रही बारिश से पूरे शहर में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 21 जुलाई को ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। रनवे पर पानी जमा होने के कारण लैंडिंग के समय टायर ग्रिप नहीं बन पाई और हाइड्रोप्लानिंग जैसी स्थिति बन गई जिससे विमान संतुलन खो बैठा।
AI2744 फ्लाइट की जानकारी
| जानकारी | विवरण |
|---|---|
| फ्लाइट नंबर | AI2744 |
| रूट | कोच्चि से मुंबई |
| एयरलाइन | एयर इंडिया |
| यात्री संख्या | लगभग 170 |
| दुर्घटना समय | सुबह 9:27 बजे |
| कारण | भारी बारिश, रनवे पर फिसलन |
| नुकसान | 3 टायर फटे, रनवे से विमान फिसला |
पायलट और क्रू की सतर्कता
इस हादसे के बावजूद एयर इंडिया के कप्तान और क्रू की तेज़ प्रतिक्रिया की तारीफ हो रही है। उन्होंने यात्रियों को घबराए बिना सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पायलट की सूझबूझ से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। यात्रियों को इमरजेंसी स्लाइड की सहायता से निकाला गया।
यात्रियों का अनुभव(मुंबई एयरपोर्ट हादसा)
करीब 170 यात्री इस फ्लाइट में सवार थे। कुछ यात्रियों ने कहा कि लैंडिंग के दौरान तेज झटका लगा और विमान एक ओर मुड़ गया।
“हम डर गए थे लेकिन क्रू ने बहुत अच्छे से हमें शांत कराया और बाहर निकाला,” – एक यात्री
एयर इंडिया का बयान-मुंबई एयरपोर्ट हादसा
एयर इंडिया ने तुरंत घटना की पुष्टि करते हुए बयान जारी किया:
“हम सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। मामले की जांच DGCA द्वारा की जा रही है।”
DGCA द्वारा जांच शुरू(मुंबई एयरपोर्ट हादसा)
DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने एयरपोर्ट प्रशासन और एयर इंडिया से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। प्राथमिक जांच में पाया गया है कि “रनवे पर जलजमाव, खराब दृश्यता और हाइड्रोप्लानिंग” इस हादसे के मुख्य कारण रहे।
रनवे की सुरक्षा पर सवाल
मुंबई जैसे मेट्रो सिटी के एयरपोर्ट पर इस तरह की चूक ने रनवे की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल खड़े किए हैं। AAI (Airport Authority of India) को अब ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी, खासकर मानसून सीजन में।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
इससे पहले भी देश में बारिश और रनवे फिसलन के कारण ऐसे कई हादसे हो चुके हैं:
-
कोझिकोड (2020) में एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान रनवे से फिसल कर टूट गया था जिसमें 21 लोग मारे गए।
-
पुणे (2023) में भी एक फ्लाइट रनवे से स्लिप हो गई थी, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ था।
विमान संचालन में सुधार की आवश्यकता
इस हादसे से साफ है कि एयरलाइन और एयरपोर्ट को मिलकर मौसम संबंधित तैयारियों को और मजबूत करने की जरूरत है:
- रनवे की समय पर सफाई और ड्रेनेज
- रीयल-टाइम मौसम अलर्ट
- मॉनसून सीजन में अतिरिक्त तकनीकी निरीक्षण
- इमरजेंसी रिस्पांस ड्रिल्स
यात्रियों के लिए सुरक्षा सुझाव
यात्रियों को भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
-
मौसम खराब हो तो यात्रा से पहले एयरलाइन से अपडेट लें
-
इमरजेंसी निर्देशों को ध्यान से सुनें
-
विमान में बैठने के बाद सीट बेल्ट बांधें रखें
-
सोशल मीडिया पर सही जानकारी ही शेयर करें
भविष्य के लिए क्या जरूरी है?
-
रनवे की नियमित जल निकासी और मेंटेनेंस।
-
मॉनसून के दौरान फ्लाइट्स की सावधानीपूर्वक लैंडिंग प्लानिंग।
-
एयर ट्रैफिक कंट्रोल और पायलट के बीच रीयल-टाइम कम्युनिकेशन।
-
सभी एयरपोर्ट्स पर आपातकालीन रिस्पॉन्स टीम की ट्रेनिंग।
-
यात्रियों के लिए पूर्व अलर्ट और मौसम अपडेट्स।
निष्कर्ष: जिम्मेदारी और सुधार की ज़रूरत
मुंबई एयरपोर्ट पर AI2744 की रनवे फिसलन की घटना एक सिस्टम फेलियर नहीं बल्कि प्राकृतिक परिस्थिति में तैयारी की कमी को दर्शाता है। इस हादसे में भले ही कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह चेतावनी है कि आने वाले समय में हमें एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करना होगा।
यह भी जाने: ICICI Bank का नया नियम: अब बचत खाते में ₹50,000 रखना होगा ज़रूरी
अगर आपको यह लेख उपयोगी लगा, तो इसे ज़रूर शेयर करें और हमारी वेबसाइट Today’s Teller को फॉलो करें ताज़ा खबरों और विश्लेषण के लिए।