12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 एक बड़ा हादसा बन गई, जिसमें 260 से अधिक लोगों की जान चली गई। यह भारत के उड्डयन इतिहास में सबसे भयावह घटनाओं में से एक है। अब 11 जुलाई को जारी ब्लैक बॉक्स रिपोर्ट ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
दुर्घटना का पूरा विवरण
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विमान: Boeing 787-8 Dreamliner
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उड़ान संख्या: AI 171
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मार्ग: अहमदाबाद → लंदन
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यात्री: 230
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क्रू: 12
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बचे हुए लोग: सिर्फ 1 व्यक्ति – विश्वाशकुमार रमेश
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दुर्घटना स्थल: अहमदाबाद के पास कॉलेज हॉस्टल की इमारत से टकराया
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ग्राउंड कैजुअल्टी: 19–20 लोगों की मौत
ब्लैक बॉक्स रिपोर्ट से हुए प्रमुख खुलासे
इंजन फ्यूल कटऑफ – कैसे हुआ?
ब्लैक बॉक्स के अनुसार, उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दोनों इंजन के ईंधन स्विच “RUN” से “CUTOFF” हो गए।
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Engine 1 पहले बंद हुआ, फिर engine 2
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Cockpit voice recorder में यह बात दर्ज हुई:
“Why did you cutoff?”
“I didn’t do it.”
इससे स्पष्ट होता है कि दोनों पायलट खुद ही उलझन में थे कि स्विच कैसे बंद हुए।
पायलट्स की बातचीत: भ्रम और समय की कमी
Cockpit में हुई बातचीत से साफ पता चलता है कि यह कोई जानबूझकर की गई कार्रवाई नहीं थी। दोनों पायलट एक-दूसरे से पूछते नजर आए कि किसने स्विच बदला।
MAYDAY कॉल और राहत प्रयास
8:09 UTC पर MAYDAY कॉल की गई थी।
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Emergency system (RAT – Ram Air Turbine) activate हुआ
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Pilot ने दुबारा इंजन स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन तब तक विमान बहुत कम ऊंचाई पर पहुंच चुका था।
तकनीकी और मानवीय गलती – कौन जिम्मेदार?
Boeing और DGCA दोनों ने 2018 में safety advisory जारी की थी, जिसमें यह समस्या बताई गई थी कि fuel switches आसानी से flip हो सकते हैं।
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Air India ने इस पर कोई उपाय नहीं किया
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FAA ने भी इसे “optional bulletin” के रूप में जारी किया था
यहां सवाल उठता है — जब advisory पहले से थी, तो इसे implement क्यों नहीं किया गया?
विमान निर्माता और Air India पर सवाल
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क्या Dreamliner के cockpit design में दोष है?
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Air India ने अपने सभी 787 विमानों में सुधार क्यों नहीं किए?
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क्या training में कमी थी?
बचे हुए इकलौते यात्री का बयान
विश्वाशकुमार रमेश, जो विमान के पिछले हिस्से में बैठे थे, चमत्कारिक रूप से बचे।
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उन्होंने बताया कि “एक बड़ा धमाका हुआ और विमान झुककर गिरने लगा।”
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उनकी सीट पीछे के हिस्से में टूटी दीवार से बाहर गिर गई, और वो बाहर निकल पाए।
सामाजिक और कानूनी प्रतिक्रिया
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मृतकों के परिवारों ने सरकार और एयरलाइन के खिलाफ जांच की मांग की है।
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PIL (जनहित याचिका) भी सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई है।
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DGCA ने सभी Dreamliner विमानों की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
क्या यह दुर्घटना टाली जा सकती थी?
ब्लैक बॉक्स से साफ पता चलता है कि यदि 2018 की advisory को गंभीरता से लिया गया होता, तो यह दुर्घटना रोकी जा सकती थी।
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स्विच लॉकिंग सिस्टम को सुधारना जरूरी था
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पायलट ट्रेनिंग में “emergency fuel cutoff” को बार-बार drill करना चाहिए था
अब आगे क्या? – संभावित बदलाव
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Final Report अभी बाकी है, जिसमें और गहराई से विश्लेषण किया जाएगा
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DGCA और MoCA (Ministry of Civil Aviation) सुरक्षा नियमों में सख्ती लाएंगे
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International level पर Boeing के design की जांच संभव है
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Dreamliner cockpit switches में बदलाव तय माना जा रहा है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. AI 171 विमान हादसा कब और कहां हुआ था?
👉 यह हादसा 12 जून 2025 को सुबह हुआ, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद विमान एक कॉलेज की इमारत से टकरा गया।
Q2. इस हादसे में कितने लोग मारे गए?
👉 इस दुर्घटना में 230 यात्री, 12 क्रू और जमीन पर मौजूद करीब 20 लोग मारे गए। कुल मृतकों की संख्या लगभग 262 थी।
Q3. हादसे का कारण क्या था?
👉 ब्लैक बॉक्स रिपोर्ट के अनुसार, दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच फ्लाइट के दौरान अपने आप बंद हो गए। इससे विमान की शक्ति चली गई और वह क्रैश हो गया।
Q4. क्या यह पायलट की गलती थी या तकनीकी खामी?
👉 रिपोर्ट में दोनों पायलट के बीच भ्रम देखा गया, पर उन्होंने जानबूझकर स्विच बंद नहीं किए। इसलिए यह तकनीकी और मानव त्रुटियों का मिश्रण माना जा रहा है।
Q5. क्या कोई इस हादसे में बच पाया?
👉 हां, सिर्फ एक यात्री – विश्वाशकुमार रमेश — इस क्रैश में जीवित बच पाए। वे विमान के पीछे के हिस्से में बैठे थे।
Conclusion: यह हादसा नहीं, एक चेतावनी है
यह हादसा केवल एक तकनीकी चूक नहीं था, यह एक सिस्टम फेलियर का परिणाम था — जिसमें manufacturer, airline और regulators सभी की जवाबदेही बनती है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की चूक भविष्य में ना हो।
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